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Thursday, September 27, 2007

कुछ इस तरह तेरी पलकें

कुछ इस तरह तेरी पलकें
मेरी पलकों से मिल दे
आंसू तेरे सराय
मेरी पलकों पे सजा दे

तू हर घड़ी, हर वक़्त
मेरे साथ रही है
हाँ यह जिस्म कभी दूर
कभी पास रहा है
जो भी गम हैं यह तेरे
उन्हें तू मेरा पता बता दे

कुछ इस तरह तेरी पलकें
मेरी पलकों से मिल दे
आंसू तेरे सराय
मेरी पलकों पे सजा दे


मुझ को तो तेरे चेहरे पे
यह गम नही जंचता
जायज़ नही लगता मुझे गम से तेरा रिश्ता
सुन्न मेरी गुज़ारिश
इससे चेहरे से हटा दे


कुछ इस तरह तेरी पलकें
मेरी पलकों से मिल दे
आंसू तेरे सराय
मेरी पलकों पे सजा दे

कुछ इस तरह तेरी पलकें
मेरी पलकों से मिल दे

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