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Friday, August 03, 2007

SMS - Part 01

मत इंतज़ार कराओ हमे इतना
कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये
क्या पता कल तुम लौटकर आओ
और हम खामोश हो जाएँ

दूरियों से फर्क पड़ता नहीं
बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है
वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है

मयखाने में जाम टूट जाता है
इश्क में दिल टूट जाता है
ना जाने क्या रिश्ता है दोनो में
जाम टूटे तो इश्क याद आता है
दिल टूटे तो जाम याद आता है

दिल से खेलना हमे आता नहीं
इसलिये इश्क की बाजी हम हार गए
शायद मेरी जिन्दगी से बहुत प्यार था उन्हें
इसलिये मुझे जिंदा ही मार गए

तुमसे दूर जाने का इरादा ना था
सदा साथ रहने का भी वादा ना था
तुम याद ना करोगे ये जानते थे हम
पर इतना जल्दी भूल जाओगे
यह अंदाज़ा ना था

यह चांद भी अजीब सितम ढहाता है
यह चांद भी अजीब सितम ढहाता है
बचपन में मामा और ज़वानी में
सनम नज़र आता है

याद हम भी अपको करते है
याद आप भी हमे करते है
फर्क इतना है हम याद आने पर SMS करते है
और आप SMS आने पर याद करते है

रब से आपकी ख़ुशी माँगते है
दुआओं में आपकी हंसी मांगते है
सोचते है क्या मांगे आपसे
चलो आपसे आपकी उम्र भर की दोस्ती मांगते है

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