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Wednesday, October 10, 2007

SMS - Part 09

सवाल पानी का नही , प्यास का है
सवाल मौत का नहीं , सांस का है
प्यार करने वाले बहुत है दुनिया में
मगर सवाल प्यार का नही विश्वास का है


रिश्ते तो बनते है ऊपर वाले कि दुनिया में
हम तो सिर्फ निभाना चाहते है
पता नहीं दुसरे जन्म के बारे में
पर दोस्ती अपकी हर जन्म में पाना चाहते है


वो कहते है मजबूर है हम
ना चाहते हुए भी दूर है हम
चुराली उन्होने धड़कने हमारी
फिर भी कहते है बेकसूर है हम


जिन्दगी में बहुत बार ऐसा वक़्त आएगा
जब तुमको चाहने वला ही तुम्हे सबसे ज्यादा रुलायेगा
मगर विश्वास रखना उस पे
अकेले में वो तुमसे ज़्यादा आंसू बहायेगा


कभी शिक़ायत ना लबों पे लाएंगे
कहा है दोस्त तो दोस्ती निभाएंगे
कोई बुराई तुम्हारी हमारे सामने करे
क़सम खुदा कि , उसकी हाँ में हाँ मिलाएँगे


तिनका तिनका तूफ़ान में बिखरते चले गए
तन्हाई कि गहराइयों में उतरते चले गए
उड़ते थे जिन दोस्तो के सहारे आसमानों में हम
- करके हम सब बिछड़ते चले गए


उम्मीदों कि शमा दिल में मत जलाना
इस जहाँ से अलग दुनिया मत बसाना
आज बस मूड में थे तो SMS कर दिया
पर रोज़ इंतज़ार में पलके मत बिछाना