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Wednesday, August 22, 2007

SMS - Part 06

दिल से उनकी याद ना जाये तो क्या करूं
किसी और पर दिल ना आये तो क्या करूं
जीना तो चाहते है उनके बिना हम भी
जीने की वजह समझ ना आये तो क्या करूं





हमने अनजाने में उन्हें कभी रुला दिया
उन्होने दुनिया के कहने पर हमको भुला दिया
हम तो वैसे भी अकेले थे , क्या हुआ अगर
उन्होने एहसास करवा दिया






हर इलज़ाम का हकदार वो हमे बना जाते
हर खता कि सज़ा वो हमे सुना जाते
हम हर बार खामोश रह जाते
क्यूंकि वो अपना होने का हक जता जाते





जाने किस बात की मुझे सज़ा देता है
मेरी हंसती हुई आंखों को रुला देता है
मुद्दत से खबर नही आयी तेरी
कोई इस तरह भी किसी को भुला देता है





रूठे है वो कुछ इस तरह हमसे
कि उन्हें समझाना भी मुश्किल हो गया
क्या पता कोई खता हो गयी हमसे
या कोई और उनके ज़्यादा करीब हो गया





ना जाने कौन सी बात आखिरी हो जाये
ना जाने कौनसी रात आखिरी हो जाये
हाल-चाल पूछते रह करो हमसे
ना जाने कौनसी सांस आखिरी हो जाये





प्यार एक ऐसा एहसास है
जो हर दिल के पास है
लेकिन हर कोई इसे समझ ले
यह मुमकिन नही
इसलिये तो सच्चा प्यार किसी-किसी के पास





उसने होंठों से छूकर
सारा पानी गुलाबी कर दिया
उसने होंठों से छूकर
सारा पानी गुलाबी कर दिया
हमको तो क्या
सारी मछलियों को शराबी कर दिया

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